विश्व कैंसर दिवसः खान-पान में मिले रसायनिक तत्व कैंसर को देते हैं दावत

  • कैंसर मरीजों के लिए चल रहा पेरिफेरल नोडल सेंटर 
  • मेडिकल कालेज में मरीजों को किया जागरूक 

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। विश्व कैंसर दिवस पर रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में मरीजों को कैंसर के प्रति जागरूक किया गया। कैंसर से बचने के लिए जैविक खानपान और कैंसर पीड़ित मरीजों का उचित उपचार करने की जानकारी दी गई। पेरिफेरल नोडल सेंटर के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र यादव ने बताया कि तंबाकू, शराब व धूम्रपान की अन्य सामग्रियों में मिले रासायनिक तत्व कैंसर के प्रमुख कारक हैं। उन्होंने बताया कि देश में हर साल लगभग 12 लाख नए कैंसर रोगियों की पहचान हो रही है। इसमें से सात लाख की मृत्यु हर साल हो रही है। भारत में मुंह, गले, स्तन, फेफड़ों और बच्चेदानी के कैंसर के सर्वाधिक केस मिलते हैं। 

डॉ. शैलेंद्र ने बताया कि मेडिकल कालेज में कैंसर मरीजों के लिए यह सेंटर खोला गया है। 15 दिन में पांच मरीजों को इलाज के लिए केजीएमयू लखनऊ सहित अन्य महानगरों में भेजा गया है। सर्जरी विभागाध्यक्ष डा. अतहर अहमद ने बताया कि महिलाओं में सर्वाधिक केस गर्भाशय, स्तन व अंडाशय कैंसर के देखने को मिलते हैं। समय से पहचान होने पर इसे रोका जा सकता है। वहीं पुरुषों में फेफड़ा, गला और मुंह का कैंसर सर्वाधिक देखने को मिलता है। इसके अलावा गुदा एवं गॉल ब्लाडर के भी कैंसर सामने आते हैं।

कैंसर से बचाव के उपाय

  • धूम्रपान, तम्बाकु, सुपारी, चना, पान, मसाला, गुटका, शराब आदि का सेवन न करें।
  • विटामिन युक्त और रेशे वाला (हरी सब्जी, फल, अनाज, दालें) पौष्टिक भोजन खाएं।
  • कीटनाशक एवं खाद्य संरक्षण रसायणों से युक्त भोजन धोकर खाएं।
  • अधिक तलें, भुने, बार-बार गर्म किये तेल में बने और अधिक नमक में सरंक्षित भोजन न खाएं।
  • अपना वजन सामान्य रखें।
  • नियमित व्यायाम करें नियमित जीवन बिताएं। 
  • साफ-सुथरे, प्रदूषण रहित वातावरण की रचना करने में योगदान दें।

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